「그들은 소리 없이 나타났다.
어느 순간부터인가 그들은 우리들 틈 속에 있었고,
우리의 가장 깊은 공포 속에 존재하며 우리를 서서히 질식시켜 왔다.
그들은 사악했고, 무자비했으며, 악마와도 같이 잔혹했다.
그들은 자비를 몰랐고, 생명을 몰랐으며,
심지어는 그들이 본디 가지고 태어났을 ‘인간다움’조차 잊고 알지 못했다.
처음 모습을 드러낸 순간부터 그들은 전 안티크 시민의 공포심 속을 파고 들었고,
우리는 두려움에 떨며 그들을 ‘죽음의 신’, 또는 ‘리퍼스 (REAPERS)’라 부르기에 이르렀다.」
제목 | 날짜 | 조회 | 추천 | 글자수 | |
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76 | 76 (完) [마지막의 마지막] +2 | 14.11.28 | 533 | 2 | 8쪽 |
75 | 75 [모든 것이 끝난, 그 후] | 14.11.27 | 360 | 0 | 19쪽 |
74 | 74 [끝을 향해] +2 | 14.11.27 | 441 | 1 | 21쪽 |
73 | 73 [그 남자] | 14.11.25 | 367 | 4 | 16쪽 |
72 | 72 [처형식] | 14.11.24 | 363 | 0 | 16쪽 |
71 | 71 [뿌리] | 14.11.21 | 367 | 2 | 21쪽 |
70 | 70 [드러낸 발톱] | 14.11.21 | 403 | 1 | 14쪽 |
69 | 69 [민중의 영웅] | 14.11.19 | 400 | 3 | 16쪽 |
68 | 68 [모든 것의 끝] | 14.11.18 | 448 | 1 | 12쪽 |
67 | 67 [인간] | 14.11.17 | 419 | 1 | 19쪽 |
66 | 66 [자백] | 14.11.14 | 397 | 2 | 19쪽 |
65 | 65 [도망] | 14.11.13 | 361 | 2 | 12쪽 |
64 | 64 [‘벽’] | 14.11.12 | 259 | 2 | 12쪽 |
63 | 63 [까발려지다] | 14.11.11 | 405 | 1 | 18쪽 |
62 | 62 [진실은 잔혹했다] | 14.11.10 | 356 | 2 | 18쪽 |
61 | 61 [치닫다] | 14.11.07 | 395 | 3 | 15쪽 |
60 | 60 [마지막 남은 나의 성역(聖域)] | 14.11.06 | 374 | 7 | 18쪽 |
59 | 59 [서서히 돌아가는 룰렛] | 14.11.05 | 402 | 3 | 20쪽 |
58 | 58 [재] | 14.11.04 | 400 | 4 | 19쪽 |
57 | 57 [‘툭’] | 14.11.03 | 457 | 3 | 20쪽 |
56 | 56 [‘성’이라는 감옥] | 14.10.31 | 432 | 3 | 14쪽 |
55 | 55 [회상편 – 토야(5)] | 14.10.30 | 470 | 2 | 16쪽 |
54 | 54 [회상편 – 토야(4)] | 14.10.29 | 378 | 3 | 17쪽 |
53 | 53 [회상편 – 토야(3)] | 14.10.28 | 329 | 0 | 21쪽 |
52 | 52 [회상편 – 토야(2)] +1 | 14.10.27 | 457 | 0 | 17쪽 |
51 | 51 [회상편 – 토야(1)] | 14.10.24 | 311 | 2 | 17쪽 |
50 | 50 [잔혹한 재회] | 14.10.23 | 386 | 1 | 16쪽 |
49 | 49 [귀신의 숲] | 14.10.22 | 474 | 1 | 19쪽 |
48 | 48 [죄인] | 14.10.21 | 380 | 1 | 16쪽 |
47 | 47 [순항] | 14.10.20 | 404 | 1 | 14쪽 |