세조 10년 현덕왕후의 저주로 나병에 걸려 문둥이가 된 세조.
설상가상으로 왕에 오르며 지지른 짓들이 다시 세조와 조선을 혼란으로 몰아넣는다.
적의 무기는 위대한 세종대왕이 창제하신 한글을 기초로 고대의 악한 마법을 되살린
"언문주"
언문주로 조선과 조선의 7대 임금 세조의 정권을 붕괴시키려는 적들.
그들로부터 국가의 안정을 지키고 사악한 주법을 막기 위해 언문주를 사용할 줄 아는 새로운 국가기관을 창설하는 데
그 이름은 "축귀검" 이었다.
제목 | 날짜 | 조회 | 추천 | 글자수 | |
---|---|---|---|---|---|
공지 | 일단 축귀의 검은 여기까지 마치겠습니다. +2 | 17.04.07 | 451 | 0 | - |
95 | 7. 회귀순리전 6. 회귀순리(後) +2 | 17.04.07 | 489 | 3 | 22쪽 |
94 | 7. 회귀순리전 6. 회귀순리(中) +2 | 17.04.05 | 323 | 3 | 18쪽 |
93 | 7. 회귀순리전 6. 회귀순리(前) +2 | 17.04.03 | 323 | 3 | 12쪽 |
92 | 7. 회귀순리전 5. 알현(後) +2 | 17.03.31 | 320 | 3 | 28쪽 |
91 | 7. 회귀순리전 5.알현(中) +2 | 17.03.29 | 353 | 3 | 14쪽 |
90 | 7. 회귀순리전 5.알현(前) +2 | 17.03.27 | 351 | 3 | 13쪽 |
89 | 7. 회귀순리전 4.창경궁 결전(後) +2 | 17.03.24 | 370 | 3 | 14쪽 |
88 | 7. 회귀순리전 4.창경궁 결전(中) | 17.03.22 | 317 | 3 | 12쪽 |
87 | 7. 회귀순리전 4. 창경궁 결전(前) | 17.03.20 | 365 | 3 | 12쪽 |
86 | 7. 회귀순리전 3.창경궁대치(後) | 17.03.17 | 378 | 4 | 11쪽 |
85 | 7. 회귀순리전 3.창경궁대치(中) +2 | 17.03.15 | 447 | 4 | 13쪽 |
84 | 7. 회귀순리전 3.창경궁대치(前) | 17.03.13 | 411 | 3 | 12쪽 |
83 | 7. 회귀순리전 2.송화밀삼차(後) +2 | 17.03.10 | 377 | 4 | 8쪽 |
82 | 7. 회귀순리전 2.송화밀삼차(中) +2 | 17.03.08 | 347 | 3 | 15쪽 |
81 | 7. 회귀순리전 2.송화밀삼차(前) +2 | 17.03.06 | 389 | 4 | 14쪽 |
80 | 7. 회귀순리전 1.홍화문 전투(後) | 17.03.03 | 343 | 3 | 12쪽 |
79 | 7. 회귀순리전 1.홍화문 전투(中) +2 | 17.03.01 | 350 | 4 | 11쪽 |
78 | 7. 회귀순리전 1.홍화문 전투(前) +2 | 17.02.27 | 387 | 3 | 11쪽 |
77 | 6. 항현귀환전 6.순리(後) +2 | 17.02.24 | 409 | 3 | 22쪽 |
76 | 6. 항현귀환전 6.순리(中) +2 | 17.02.22 | 433 | 3 | 20쪽 |
75 | 6. 항현귀환전 6.순리(前) +2 | 17.02.20 | 448 | 3 | 24쪽 |
74 | 6. 항현귀환전 5.살아있는 시체들의 한양(後) +2 | 17.02.17 | 563 | 5 | 17쪽 |
73 | 6. 항현귀환전 5.살아있는 시체들의 한양(中) +2 | 17.02.15 | 403 | 3 | 13쪽 |
72 | 6. 항현귀환전 5.살아있는 시체들의 한양(前) | 17.02.13 | 404 | 3 | 13쪽 |
71 | 6.항현귀환전 4.배신(後) | 17.02.10 | 383 | 3 | 18쪽 |
70 | 6.항현귀환전 4.배신(中) +2 | 17.02.08 | 491 | 3 | 11쪽 |
69 | 6.항현귀환전 4.배신(前) +4 | 17.02.06 | 524 | 4 | 12쪽 |
68 | 6.항현귀환전 3.별자연군(後) +2 | 17.02.03 | 562 | 3 | 12쪽 |
67 | 6.항현귀환전 3.별자연군(中) +2 | 17.02.01 | 389 | 3 | 12쪽 |